वो लम्हें
आज मैं उन गलियों से गुजरा जिन गलियों में
तू साथ चलती थी👫
तेरी मुस्कराहट🙂 देखने के लिए मेरी आँखे हमेशा बेताब रहती थी l
एक दुपट्टा जो तो ओढ़ के आती थी
सच में तेरी खूबसूरती तो और बढ़ जाती थी l
बड़ी नादानियाँ किया करते थे हम साथ में
ना जाने कैसी कैसी बातें किया करते थे हम साथ में l
तेरा साथ पाकर हम तो झूमने लगे थे
अब तो हम हर पल हँसने-गाने लगे थे l
आज माना तू बड़ी दूर है मुझसे
ना तेरी यादें पुरानी हुई ना तस्वीरें
ना तेरी बातें भूला हूँ ना तेरा चेहरा
मेरे ख्यालों की तू तो आज भी रानी है Pagal. 🙂
तुम अपनी मुस्कराहट को यूँ छिपाया ना करो
यूँ धीरे हँसकर फिर शरमाया ना करो
तुम्हारी मुस्कराहट से ही तो हमारी मोहब्बत है
तुम अपने चेहरे को यूँ दुपट्टे में ना छिपाया करो l